कैसे इजराइल गाजा पट्टी में पानी को हथियार बनाता है
गाजा पट्टी में
इजरायल की जल नीतियों को कोई कैसे समझा सकता है - पृथ्वी पर सबसे घनी आबादी वाले
स्थानों में से एक - जहां इजरायल ने 2005 में अपनी 21 बस्तियों को खाली कर दिया था? और तब से, गाजा वासियों को भूमि पर लगातार कब्जे के रूप में इजरायल के सैन्य
कब्जे का अनुभव नहीं हुआ है। इसके बजाय, उन्हें अपने स्वास्थ्य और जीवन के लिए
एक अस्तित्वगत खतरे का सामना करना पड़ा है जिसे इजरायली इतिहासकार इलान पप्पे ने,कई अन्य लोगों के साथ , "वृद्धिशील
नरसंहार" कहा है।
इजराइल की लगभग 16 साल लंबी नाकाबंदी और पांच प्रमुख सैन्य हमलों के कारण, तेजी से बढ़ती आबादी, जिनमें से आधे बच्चे हैं, के लिए उपलब्ध गंभीर रूप से सीमित स्वच्छ जल आपूर्ति पर सवाल उठता
है कि क्या गाजा पट्टी एक "रहने योग्य स्थान" है या बनी रहेगी।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
केवल 25 मील लंबी और चार से सात मील चौड़ी गाजा पट्टी 23 लाख लोगों का घर है, जिनमें से 70 प्रतिशत राज्य विहीन शरणार्थी,और उनके वंशज आठ शरणार्थी शिविरों में
रह रहे हैं। 1948 में इजराइल राज्य बनने से बाहर धकेल
दिए गए, कई लोग अब अपने पूर्व घरों से कुछ ही
मील की दूरी पर पिंजरे में बंद हैं। 1967 में इज़रायली
कब्ज़ा शुरू होने के बाद, 8,500 इज़रायली निवासियों और सेना ने अपने
एकमात्र उपयोग के लिए गाजा की 20
प्रतिशत भूमि पर कब्ज़ा कर लिया
था।लेकिन फिलिस्तिनियो के कड़े प्रतिरोध ने
अंततः उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
(नक्शा-रिसर्च गेट से –साभार )
2006 के फिलिस्तीनी विधायी चुनाव में हमास
द्वारा अधिकांश सीटें जीतने के बाद,उसने गाजा पट्टी पर कब्ज़ा कर लिया।
फिर इजराइल ने मिस्र की सहायता और अमेरिका के समर्थन से गाजा पट्टी की नाकाबंदी कर
उसे दुनिया से काट दिया जो आज तक जारी है।
नाकाबंदी ने गाजा
की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है और एचआरडब्ल्यू ने गाजा पट्टी को "खुली
हवा वाली जेल" के रूप में संदर्भित किया है। इसकी आबादी दीवारों और बाड़ों के
भीतर फंसी हुई है और निरंतर ड्रोन निगरानी के नीचे है, जबकि इज़राइल भूमि और समुद्र के माध्यम से माल और लोगों की सभी
आवाजाही पर कड़ा नियंत्रण रखता है और समय-समय पर घातक "घास काटने" वाले
सैन्य अभियानों में संलग्न होता है, लेकिन ऐसा करने का कोई प्रयास नहीं
करता कि किसी राजनीतिक समाधान तक पहुंचा जा सके ।
गाजा में पानी की
कमी
गाजा में नवीकरणीय
मीठे पानी का केवल एक स्रोत है: उत्तरी इज़राइल से मिस्र में उत्तरी सिनाई
प्रायद्वीप तक फैला तटीय जलभृत। वेस्ट बैंक के नीचे के जलभृतों के साथ-साथ, कब्ज़ा शुरू होने के बाद से तटीय जलभृत भी पूरी तरह से इज़रायली
नियंत्रण में है। 2013 के संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन के
अनुसार, इज़राइल तटीय जलभृत का 66 प्रतिशत पानी निकालता है, जबकि गाजा पट्टी 23 प्रतिशत और मिस्र 11 प्रतिशत पानी
निकालता है।
अब इजराइल से
सैकड़ों-हजारों शरणार्थियों के गाजा पहुंचने से जलभृत पर भारी दबाव पड़ा, और दशकों के भीतर निवासी, जलभृतों के सालाना भरने की तुलना में
अधिक पानी निकाल रहे थे। 1995-2011 की अवधि में, जल निकासी 30 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई, जिससे जलभृत के स्तर में गिरावट आई जिससे समुद्री जल को जलभृतों के अंदर घुसने की आसानी हो गयी । इज़राइल के गहरे कुएं, गाजा से सटे बोरहोल और बांधों ने गाजा में जल उपलब्धता को और अधिक
प्रभावित किया है।
संयुक्त राष्ट्र ने
अपनी अगस्त 2012 की रिपोर्ट में कहा कि “ गाजा की जल आपूर्ति में 60 प्रतिशत की वृद्धि
के बिना 2020 तक जलभृत अपरिवर्तनीय रूप से
क्षतिग्रस्त हो सकतें हैं ” । विश्व बैंक ने "2010-16 की अवधि में गाजा में “ चिंताजनक और बिगड़ती स्थिति " का
हवाला दिया और पाया कि "2016
तक, गाजा में बेहतर पेयजल की पहुंच शून्य
के करीब थी"।
2020 तक, गज़ावासी अभी भी अपने पानी का 95 प्रतिशत से अधिक प्रदूषित जलभृत से प्राप्त कर रहे थे और इसकी
टिकाऊ उपज का तीन गुना निकाल रहे थे, जबकि जर्जर बुनियादी ढांचे के कारण एक
तिहाई से अधिक पानी नष्ट हो जाता था। ज्यादा सीवेज और लवणता के
स्तर के कारण उस भूजल का लगभग 97
प्रतिशत पीने के लिए अयोग्य था। गाजा
की शेष आपूर्ति छोटे अनियमित अलवणीकरण संयंत्रों (2.6 प्रतिशत) द्वारा
उत्पादित की गई जाती है और 2 प्रतिशत, फिलिस्तीनी जल प्राधिकरण द्वारा इजरायली राष्ट्रीय जल कंपनी
मेकोरोट से नकद राशि देकर खरीदी जाती है । इज़राइल, फिलिस्तीनी प्राधिकरण दुआरा पानी खरीद के लिये भुगतान किए गए धन से,निवासिओंदुआरा भुगतान नहीं किए गए पानी के बिलों की राशि को काट
लेता है।
2020 में प्रकाशित एक पर्यावरण मूल्यांकन
विशेष रूप से निराशाजनक था। इसमें पाया गया कि तटीय जलभृत समुद्र तल से दस मीटर
नीचे तक कम हो गये हैं । जबकि केवल 55-60 मिलियन क्यूबिक
मीटर (एमसीएम) जलभृत से सुरक्षित रूप से निकाला जा सकता था, हर साल लगभग 160-200
एमसीएम निकाला जा रहा था। नगर
पालिकाएं केवल 80 प्रतिशत निवासियों की पानी की जरूरतों
को पूरा करने में सक्षम थीं,
और पाइप से पानी कई दिनों तक घरों तक
पहुंचने में विफल रहा।
साफ़ पानी की कमी
समस्या का एक हिस्सा मात्र है। अक्सर प्रदूषित पानी वाले टेंकर को खरीदने की लागत
कई गज़ावासियों के लिए बहुत ही ज्यादा है, जिनमें से आधे लोग गरीबी रेखा से नीचे
रहते हैं। 2021 तक, गाजा पट्टी की आधी आबादी बेरोजगार थी। वे जिस पानी की खपत करते हैं वह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा
प्रति व्यक्ति घरेलू जरूरतों के लिए निर्धारित 100 लीटर प्रतिदिन के
मानक से काफी कम है।
विश्व जल दिवस (22 मार्च 2022) पर फिलिस्तीनी सांख्यिकी ब्यूरो और
फिलिस्तीनी जल प्राधिकरण द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गाजा में घरेलू उपयोग के लिए पानी का दैनिक प्रति व्यक्ति आवंटन 86.6 लीटर प्रति दिन है। हालाँकि, मानव उपयोग के लिए उपयुक्त पानी की
मात्रा प्रतिदिन केवल 26.8 लीटर है। जबकि इजरायल में प्रति
व्यक्ति स्वच्छ पानी की खपत 230
लीटर प्रति दिन है|
गाजा के पानी पर
निशाना
सैन्य हमलों और
ईंधन की कमी के कारण खराब हुई अपशिष्ट जल उपचार प्रणाली ने गाजा की जल समस्याओं को
और बढ़ा दिया है। 2006 में, मिसाइलों ने गाजा के एकमात्र बिजली
संयंत्र को नष्ट कर दिया। जब इज़राइल ने अगले वर्ष गाजा पट्टी को बंद कर दिया, तो इसका बुनियादी ढांचा खतरनाक स्थिति में था। मार्च 2007 में, एक सीवेज जलाशय का तटबंध ढह गया, जिसमें पाँच लोग डूब गए।
2008-9, 2012, 2014,
2021 और अगस्त 2022 में इज़राइल के सैन्य हमलों में पहले से ही
नाजुक बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। 2008-9 में ऑपरेशन कास्ट
लीड ने 11 कुओं और चार जलाशयों को क्षतिग्रस्त
या नष्ट कर दिया, साथ ही एक पंपिंग स्टेशन, एक सीवेज उपचार संयंत्र, 19,920 मीटर पानी के पाइप, 2,445 मीटर सीवेज पाइप और
अपशिष्ट जल उपचार के लिए महत्वपूर्ण बिजली नेटवर्क के हिस्से भी बर्वाद हो गये । 2014 में ऑपरेशन “प्रोटेक्टिव एज” ने कुओं, जलाशयों, अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों, अलवणीकरण संयंत्रों और पंपिंग
स्टेशनों को अधिक नुकसान पहुंचाया।
मई 2021 में 11 दिनों के दौरान, हवाई हमलों ने 13
पानी के कुओं, तीन अलवणीकरण संयंत्रों और 250,000 मीटर पानी के
पाइपों को प्रभावित किया, जिसमें कथित तौर पर मेकोरोट से खरीदा
गया पानी ले जाने वाली मुख्य पाइपलाइन भी शामिल थी। अगस्त 2022 की शुरुआत में तीन दिनों की हड़ताल के परिणामस्वरूप जल नेटवर्क के
कुछ हिस्सों को कुछ नुकसान हुआ,
और ईंधन की कमी के कारण अस्थायी रूप
से जल उत्पादन और वितरण में 50
प्रतिशत से अधिक की कमी आई।
प्रत्येक सैन्य
हमले के बाद, इज़राइल की नाकाबंदी ने पुनर्निर्माण
प्रक्रिया में महीनों और यहां तक कि वर्षों की देरी की है, जिससे गज़ावासियों को पीने योग्य पानी की कम आपूर्ति और सड़कों पर
बहने वाले सीवेज के साथ रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सितंबर 2014 में, इज़राइल, फिलिस्तीनी प्राधिकरण और संयुक्त राष्ट्र ने इज़राइल की सुरक्षा
चिंताओं को संबोधित करते हुए निर्माण सामग्री के प्रवेश की निगरानी के लिए एक
अस्थायी "गाजा पुनर्निर्माण तंत्र" (जीआरएम) की स्थापना की।
जीआरएम नौकरशाही ने
"दोहरे उपयोग" वाली वस्तुओं को भी प्रितिबंधित किया , जिसका अर्थ है कि सीमेंट, लकड़ी, इलेक्ट्रोमैकेनिकल उपकरण और पाइप सहित
हमास द्वारा सैन्य उपयोग में लाई जा सकने वाली कोई भी चीज़। 2017 में, "दोहरे उपयोग" सूची में 8,500 आइटम थे। "दोहरे उपयोग" की सूची में नहीं आने वाली
हजारों वस्तुओं को अभी भी विशेष अनुमोदन की आवश्यकता है, जिससे अर्थव्यवस्था में ठहराव आ गया है।
जनवरी 2022 तक, इज़राइल ने अभी भी गाजा के जल
बुनियादी ढांचे के मई 2021के हवाई हमले में ध्वंस के मलबे की
मरम्मत के लिए जरुरी सामान के प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। कथित
तौर पर तटीय जलभृत को और अधिक नुकसान गाजा पट्टी को घेरने वाली नई 20 फुट ऊंची दीवार के कारण हुआ, जो सुरंग निर्माण को रोकने के लिए
जमीन में गहराई तक प्रवेश करती है।
ईंधन और बिजली की
समस्या के साथ, यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित सौर
पैनल अलवणीकरण संयंत्र को बिजली जरूरत का 12 प्रतिशत की आपूर्ति
कर रहे हैं जो दक्षिणी गाजा पट्टी में 75,000 लोगों को पानी
उपलब्ध कराने के लिए 2017 में खोला गया था। उत्तरी गाजा समुद्री
जल अलवणीकरण संयंत्र, जिसे मई 2021 में बंद कर दिया गया, जिससे 250,00 लोग पानी से वंचित
हो गए, इन पूंजी-गहन परियोजनाओं के सामने आने
वाले जोखिमों को दर्शाता है .
सार्वजनिक
स्वास्थ्य परिणाम
गाजा में एक चौथाई
से अधिक बीमारियाँ पानी से संबंधित हैं। कई रिपोर्टें बताती हैं कि अपशिष्ट जल
प्रदूषण से नाइट्रेट, डब्ल्यूएचओ, की सिफारिशों से छह गुना अधिक है, जिससे सायनोसिस के मामलों में वृद्धि
हुई है। तटीय जलभृत में समुद्री जल के प्रवेश से उच्च क्लोराइड सांद्रता गर्भवती
महिलाओं और बच्चों को विशेष जोखिम में डालती है और दूषित पानी बाल मृत्यु का
प्रमुख कारण है।
एक अध्ययन में पाया
गया कि 59.2 प्रतिशत बच्चों में कम से कम एक
परजीवी संक्रमण था और इतना ही प्रतिशत एनीमिया से पीड़ित पाया गया । कैंसर और
गुर्दे की बीमारियाँ तेजी से आम हो रही हैं, गुर्दे की विफलता से पीड़ित रोगियों
में 13 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हो रही है।
तीव्र हेपेटाइटिस ए, तीव्र दस्त और टाइफाइड बुखार जैसे
संचारी रोगों का प्रकोप हुआ है। स्वच्छ पानी की कमी के कारण सैन्य हमलों में घायल
मरीजों के इलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाओं के व्यापक उपयोग से उभरने वाले
बहु-दवा-प्रतिरोधी जीवों द्वारा फैलने वाले संक्रमण को रोकना मुश्किल हो जाता है।
अन्य स्वास्थ्य
प्रभाव बमबारी से जमा भारी धातुओं से संबंधित हैं जो मिट्टी
में रहते हैं क्योंकि नाकाबंदी उन्हें हटाने से रोकती है, जहां वे भोजन और पानी की आपूर्ति के प्रदूषण में योगदान करते हैं।
शोधकर्ताओं ने इन विषाक्त पदार्थों को समय से पहले और गंभीर रूप से कम वजन वाले
शिशुओं में जन्म दोषों में वृद्धि और छोटे बच्चों के विकास में कमी के साथ जोड़ा
है।
सामूहिक दण्ड
रेड क्रॉस की
अंतर्राष्ट्रीय समिति ने सामूहिक दंड के एक रूप के रूप में इज़राइल दुआरा की गई
नाकाबंदी की निंदा की है जो अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है। हमास को
उखाड़ फेंकने के लिए आबादी को मजबूर करने के लिए 15 साल पहले लागू किए
गए बंद को बनाए रखने के लिए इज़राइल का जो भी औचित्य हो, कोई भी सुरक्षा तर्क गज़ा पट्टी के निवासिओं को अच्छा जीवन जीने
केलिये मुलभुत जरुरतो के अधिकार को रद्द नहीं कर सकता है
इज़राइल अब कथित
तौर पर अपनी ज़रूरत से 20 प्रतिशत अधिक पानी का उत्पादन करता
है। लेकिन वह पानी पानी की कमी से जूझ रहे गाजा को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिसे वेस्ट बैंक के जलभृतों तक पहुंचने से भी रोक दिया गया है। और
महत्वपूर्ण बाहरी दबाव के बिना,
चीज़ें बदलने की संभावना नहीं है।
फ़तह के साथ संबंधों को सुधारने और इज़राइल के साथ बातचीत का द्वार खोलने के
प्रयास में, हमास ने इज़राइल को दीर्घकालिक
युद्धविराम की पेशकश करने के लिए 2017 में अपने चार्टर
में संशोधन किया। लेकिन इज़राइल ने संशोधित दस्तावेज़ को प्रकाशित होने से पहले ही
खारिज कर दिया, और पूरे गाजा को दुनिया से दूर एक
"शत्रुतापूर्ण इकाई" के रूप में देखना पसंद किया।
यदि गाजा पट्टी में
उस संकट को टालना है, तो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को
फिलिस्तीनी लोगों की सामूहिक सजा में अपनी भागीदारी को तुरंत समाप्त करना होगा और
इजरायल पर नाकाबंदी हटाने के लिए दबाव डालना होगा।
( लेख –नैंसी मुर्रे, अनुवाद एवं सम्पादन -उपेन्द्र शंकर ,साभार –मिडिल ईस्ट आई-मार्च 2023 )
पानी पत्रक (125-17 अक्टूबर 2023 )जलधारा अभियान,
221,पत्रकार कॉलोनी,जयपुर-राजस्थान,302020,संपर्क-उपेन्द्रशंकर-7597088300.मेल-jaldharaabhiyan.jaipur@gmail.com