सोमवार, 25 सितंबर 2023

प्राकर्तिक संपदा पर कब्जे के लिये,दक्षिणी चीन सागर में तनातनी

 25 अगस्त 2023 को, ऑस्ट्रेलिया और फिलिपिन्स के 1750 नोसैनिको के साथ अमेरिका के 120 नोसेनिको ने दक्षिणी चीन सागर किनारे के फिलिपिन्स राज्य पलावन के शहर रिजाल में कतिथ तौर पर  दुश्मन ताकतों दुआरा कब्ज़ा किये द्वीप को दुबारा हासिल करने का नकली अभ्यास किया . इससे पहले 5 अगस्त 2023  को इसी सागर में. एक चीनी तट रक्षक जहाज ने फिलीपीनी जहाज पर पानी की बोछारें फेंकी. यह दक्ष्णि चीन सागर के दो प्रितिदुंदी देशो के बीच चल रहे तनाव को दर्शाने वाली घटनाओं में से कुछ  हैं .

2016 में संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के तहत हेग में एक मध्यस्थता न्यायाधिकरण द्वारा दिये फैसले में, लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को काफी हद तक अमान्य कर दिया, और 200 समुद्री मील (लगभग 370 किमी के बराबर)  तक  संसाधनों पर फिलीपींस के नियंत्रण को बरकरार रखा. चीन ने मध्यस्थता में भाग लेने से इनकार कर दिया और समुद्र के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा बरकरार रखते हुए फैसले की अवहेलना जारी रखी है

इन दोनों के अलावा भी, इस समुद्र की सीमा से लगे अन्य देश, ताइवान ,मलेशिया और वियतनाम ,ब्रुनाई , इन  द्वीपों, उनके  आसपास के  समुद्र पर स्वामित्व का दावा करते रहे  हैं क्योंकि  इस  समुद्र में  अथाह संसाधन दवे हैं , जो कि आधुनिक विकास का आधार माने जाते हैं , और सबकी नीयत उन संसाधनों पर कब्जा ज़माने की है . साथ ही उत्तर पूर्व में, दक्षिण चीन सागर दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों में से एक है। इसलिये भी यह छेत्र  महत्वपूर्ण रणनीतिक और राजनीतिक महत्व रखता है।

  दक्षिण चीन सागर  हाइड्रोकार्बन, विशेष रूप से प्राकृतिक गैस का बड़ा  एक संभावित स्रोत है जो कि  दक्षिण -पश्चिम में सिंगापुर और मलक्का जलडमरूमध्य से लेकर ताइवान जलडमरूमध्य तक फैला हुआ है. इस क्षेत्र में कई सौ छोटे द्वीप, और चट्टानें शामिल हैं, इनमें से कई द्वीप आंशिक रूप से जलमग्न हैं’, और कई इतने छोटे हैं कि उन पर बसाहट मुमकिन नहीं है .

.दक्षिण चीन सागर में तेल और गैस के भंडार प्रचुर मात्रा में मिले  हैं। अमेरिकी सरकार का अनुमान है कि इसके तल से 11 अरब बैरल तेल और 190 ट्रिलियन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस निकालने के लिए तैयार है।

वाशिंगटन स्थित एशिया मैरीटाइम ट्रांसपेरेंसी इनिशिएटिव ने बताया कि कई देश इन  विवादित जल क्षेत्रों में नई तेल और गैस विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं, संगठन का कहना है, कि इन परियोजनाओं के कारण यह छेत्र  "विवादों का फ्लैशप्वाइंट" बन सकता है। 2018 और 2021 के बीच, चीन, वियतनाम और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच वहां ड्रिलिंग कार्यों को लेकर कई गतिरोध हुए, और आशंकाएं बन रही हैं कि आगे और भी गंभीर टकराव हो सकते हैं

 छेत्र में चीन और अमेरिका दुआरा समर्तिथ कई देशों के बीच विनाशकारी सेन्य संघर्ष का खतरा भी मंडरा रहा है , दक्षिण चीन सागर मे  उसके संसाधनों की  पहले ही अपूर्णीय  हानि हो चुकी है . उदाहरण के लिए, दशकों की अत्यधिक दोहन  का उस समुद्र में कभी फलने-फूलने वाली मछलियों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। ट्यूना, मैकेरल और शार्क की आबादी 1960 के दशक के स्तर से 50% तक गिर गई है। समुद्र के बढ़ते तापमान से बचने के लिए संघर्ष कर रहे जैविक रूप से महत्वपूर्ण मूंगा चट्टानें  भी रेत और गाद के नीचे दबे जा रहे हैं क्योंकि चीनी सेना विवादित स्प्रैटली द्वीप समूह पर दावा करती रही है  और उस पर निर्माण कार्य  कर रही है,

अपने विशाल आकार -13 लाख वर्ग मील -के बावजूद, दक्षिण चीन सागर  चीन और अमेरिका दुआरा समर्थन प्राप्त देशों  बीच राजनीतिक तनाव का  जल छेत्र बन गया है. जहां प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों पर कब्जे के लिये हो रहा  संघर्ष एक दिन समुद्रीय पर्यावरणीय पतन का कारण बन सकता है।

(स्रोत्र –डिप्लोमेट,अल ज़ज़ीरा, कॉमन ड्रीम्स , इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर लॉ एंड सी स्टडीज )

पानी से संबंधित सूचनाओ,समाचारों और सन्दर्भों का संकलनपानी पत्रक 

पानी पत्रक  (123-26 सितम्बर 2023 ) जलधारा अभियान, 221,पत्रकार कॉलोनी,जयपुर-राजस्थान,302020, संपर्क-उपेन्द्र शंकर-7597088300.मेल-jaldharaabhiyan.jaipur@gmail.com

1 टिप्पणी:

पाकिस्तान की कृषि बर्बाद हो रही है: आर्थिक सर्वेक्षण ने सरकारी नीतियों की विफलता को उजागर किया

पाकिस्तान का कृषि क्षेत्र ढह रहा है - और इसका दोष पूरी तरह से शहबाज शरीफ सरकार की विनाशकारी नवउदारवादी नीतियों पर है। संघीय बजट से पहले 9 ज...